कभी कभी आप का चुप रहना - जीवन में सहन क्षमता को दर्शाने वाली कविता
अंकित नागर द्वारा लिखी गई यह जीवन में सहन क्षमता एक को दर्शाने वाली एक बेहतरीन कविता है। इस कविता में बताया गया है कि किस प्रकार लोगों द्वारा की गई बुरी बातों को व लोगों द्वारा दिए गए तानों को अनदेखा करके अपने जीवन में निरंतर कार्य करते रहना चाहिए। लोगों द्वारा कुछ कहने पर भी उन से कुछ ना कहना। अपने लक्ष्य की तरफ़ ध्यान रखना।
कभी-कभी आपका चुप रहना
लोगों का कुछ कहना
आपका सुनना।
कभी कभी आपका चुप रहना
लोगों द्वारा आप का बुरा करना
आपके द्वारा सहना
फिर भी आप का चुप रहना
बदलें में कुछ भी ना कहना।
कभी कभी आप का चुप रहना
लोगों का बुरा कहा दिल में दबा लेना
ऐसी समझदारी अपना लेना
अपने दिल को कठोर बना लेना।
कभी कभी आप का चुप रहना
लड़ाई झगड़े को बढ़ावा ना देना
कहने वाले व्यक्तियों के यहा से
चुप चाप निकल जाना।
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